शनि खाना नंबर 10
लाल किताब
परछाई दिल की आँखों पे इज्जत करेगा, कदम पे कदम आगे बढता चलेगा।
मालिक नजर ग्रह मंडल होता, दौलत शाहाना पाता हो।
नेक असर खुद अपना देगा, दूजा गुरु आ मिलता हो।
केतु बेशक हो टेवे मंदा, पापी बुरा न होता हो।
नेक शनि तो सबसे उम्दा, मंदे जहर खूनी होता हो।
शत्रु ग्रह या मंदे साथी, अँधा शनि खुद होता हो।
39 साला 48 होते, उम्र पिता का साथी हो।
शनि असर दे जब खुद मंदे, भली मदद गुरु होती हो।
तख़्त चन्द्र गुरु चोथे बैठा, ऐश सवारी देता हो।
चार मंदा या दुश्मन घेरा, 27 साला जर मंदा हो।
साल सातवाँ / तीसरा हर कोई उत्तम, चारों तरफ शनि देखता हो।
घूम चक्र बुध सातवे आता, ससुराल अमीरी देता हो।
हस्त रेखा : शनि के बुर्ज पर श्री गणेश के स्वास्तिक का निशान होगा। या मध्यमा की जड़ से रेख होगी जैसी ऊपर है।
10 का शनि अगर नं 1 का सहायक हो तो 2 गुना उत्तम वर्ना उल्ट।
पिता का साथ कम से कम 48 साला। शनि - गुरु दोनों का उत्तम फल। तीसरे साल से शुरू हो कर हर 7 वे साल उम्दा फल।
अकेला शनि तो हर तीसरा साल उत्तम। शनि चारो तरफ देखता होगा। भाग्य का कोरा कागज़ होगा। हर शुभ काम में तमाम अर्थो में गणेश जी तरह प्रथम पूजन का अधिकारी या पिता की तरह होगा।
वृक्ष जंगल पहाड़ की जायदाद का स्वामी, ध्वजाधारी। अगर टेवे वाला शनि की तरह स्वाभाव का हो तो उत्तम वर्ना आसमान तक ऊँचा चढ़ कर ऐसा गिरेगा की ढूँढना मुश्किल होगा। चलने फिरने के बजाय स्थिर हो कर काम करेगा। घूमने फिरने का काम अशुभ होगा। केतु हो सकता है बुरा हु पर राहु-शनि कभी मंदा असर न देगे।
पिता की उम्र लम्बी। 39-48 वर्ष तक पिता का साथ। टेवे वाला 90 साल तक जियेगा। राजसभा, चाहे शादी या धर्मस्थान, मंदिर, आदि सब जगह मान पा लेगा। उम्दा फ़क़ीर ही झोली की किस्त्मत का स्वामी होगा। जिसका भेद न खुलेगा और खाना नं 11 से इसका फैसला होगा।
जिस कदर दुसरो का मान करे उस कदर स्वयं का मान बढ़ता होगा।
0 (बुध) जमा 1(गुरु) = 10 (शनि)। बुध बृहस्पत के खाली आकाश का ब्रहमांड होगा जिसमे शनि (त्रिशूल) की निशानी बृहस्पत की रेखा को श्री गणेशाय नम: का सबसे ऊपर इज्जत निशान देगा। याने जादू की विद्या का स्वामी और आँखों से सुन लेने की शक्ति का मालिक होगा।
अमूमन शराब न पीता होगा और बरकत बढती होगी और उसका भेद कभी प्रकट न होगा। और 48 साला आयु तक मकान न बना पावे तो शनि टेवे वाले को मकान की कीमत तथा सामान के बराबर धन दौलत देता जायगा। और जब मकान बन जाय, तो शनि अपना बोरिया बिस्तर गोल कर के चला जाता है। उस दिन के बाद साथ न होगा पर यह अर्थ नहीं की बुरा होगा केवल फ़ालतू धन जमा न होगा। गर शराब पियेगा तो सब बर्बाद होगा।
खाना नं 2 गर खाली हो तो शनि का साँप सोया होगा पर प्रभाव फिर भी अच्छा। कयाफा हाथ की ऊँगली के नाखून दरमियाने होगे।
कयाफा शनि की मध्यमा की जड़ में रेखा हो तो शनि अब नेक फल ही देगा और जागता होगा।
दुर्भाग्य से गर ऐसा शनि मंदा हो जाय तो
दाढ़ी मूंछ के बाल कम हो या बिल्कुल साफ़ तो कम होंसला, उसकी पैदा की जायदाद न होगी। शनि 10 में मंदा नहीं होता पर गर मंदा हो ही जाय तो खूनी अजदहा होगा।
सूर्य - चन्द्र - मंगल या कोई मंदा ग्रह गर साथ-साथी हो तो सभी ग्रह अंधे और शनि भी मंदा होगा।
यदि चार मंदा या 4 में शत्रु ग्रह तो हथियारों से हत्या करने से 27 साला धन दौलत का मंदा समय। गुरु की मदद सहायक होगी।
शनि खाना नंबर 10
लाल किताब
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