शनि + केतु मुश्तरका
लाल किताब
उत्तम मुबारक दोनों इक्कठे, लेख शनि पर चलता हो।
निस्फ़ उम्र जब उसकी गुजरे, फैसला किस्मत करता हो।
ग्रह तीजे जब कोई साथी, असर तीनो न उम्दा हो.
मंदा हुआ हर दो से कोई, केतु जिस्म दो मंदा हो.
नर औलाद बहुत ज्यादा।
शनि के साथ केतु नेकी का फ़रिश्ता। सबूत ऐसा जानवर के मिलना जो माथे से सफ़ेद, मगर बाकी जिस्म सब और से एक रंग। ऐसे टेवे वाले को वह़ी मवेशी मुबारक जो एक रंग हो. दो रंग में शरारत छूपी होगी खासकर माथे सफ़ेद वाले में मगर घोडा इस शर्त वहम से बरी। गर कोई तीसरा साथी तो मन्दा फ़ल।
खाना नं ६: भला असर. उम्र ७० साल होगी।
खाना नं ८ : अकेले अकेले मंदे पर मुश्तरका मौतों से बचाव होगा।
खाना नं ९ : बहुत नेक। भारी कबिला। धन दौलत। पौते पडपोते देख कर मरेगा। पुश्त दर पुश्त १०० साल तक नेक।
मंदी हालत में खाना नं ८ में मंगल बद का साथ: खुद पसंदी। में हूँ सबसे अच्छा. मुझसा कोई नहीं।
शनि + केतु मुश्तरका
लाल किताब
***************************
No comments:
Post a Comment