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Wednesday 15 February 2012

Lal Kitab Houses - Tenth House


खाना नंबर 10 

घर 10वाँ है शनि का अपना,                  खुद विरासत लता है।
सुख पिता को या उसे होवे,                    बरस मकान तीन रहता है। 
चार तरफ की चीजे दुनिया,                   चालाकी, मक्कारी हो।
रिश्तेदार हो गैर-हकीकी*,                      दुःख, जेहमत, बीमारी हो। 
                                                                                   *असली नहीं 
सामान खुराक या वक्त हो शादी,             तरफ गरब* की होती है।
                                                                                    *पश्चिम 
ईंट पत्थर और काठी इसकी,                 कांटे बाड भी होती है। 
काली खाँसी उम्र पिता की,                    जहर दरिन्दे होती है। 
त्रिकोण बड़ी, चौकोर हो लम्बी,               नमक स्याह और तेल भी है। 
आम सलाह बरताओ दुनियां,                 नजर ग्रह की होती है। 
लोहा लक्कड़ या कीडे मगरमच्छ,          ताकत बिजली होती है। 
नज़र उम्र या झपट कौए की,                 दहशत साँप की होती है। 
बाल जिस्म के काले भूरे,                       ख़ुशी गमी भी होती है। 
साँप का घर और आँख की पुतली,           रंग स्याह भी होते है। 
गायं भैंस हो रंगी लोहे रंगी,                    दुम जहरीले होते है।
अंधेरा या ख़त्म रौशनी,                         आर-द्वार इक्कठा हो। 
सिफर जमा कुल एक की दुनिया,           किस्मत सबकी दसवे हो।
घर दसवे में तीन ग्रह तो,                       चलते शनि से है। 
राहु केतु बुध तीसरा,                             तीनो ही शक्की है। 
ग्रह पापी उस टेवे में जैसे,                      कहीं भी इसके बैठे हो।
फल वैसे ही घर दसवे के,                       उस टेवे में होते है। 
                 
 
ग्रह मण्डल 9 ही से टेवे,                      घर 10वें जब बैठा हो।
6, 5 वें ख्वाह दोस्त हो उसका,             दुगनी जहर का होता हो। 
ग्रह घर 10वें  का शक्की,                     दुगनी ताकत का होता हो।
आँख गिना है घर दो जिसकी,              ख्वाब 12 में लेता हो। 
घर दूजे के खाली होते,                        दसवां फ़ौरन सोया।
दिन उसी, ग्रह 10 जागे,                     शनि दूजे जब होया। 

इस घर में वर्षफल के अनुसार आया हुआ ग्रह धोखे का ग्रह होगा, जो अच्छा और बुरा दोनों तरफ हो सकता है। अगर 8 मंदा हो तो दुगना मंदा और अगर 2 नेक हो तो दुगना नेक होगा। अगर दोनो तरफ बराबर असर का हो तो पहले अच्छा फिर बाद में बुरा असर होगा। अगर खाना नंबर 8, 2 दोनो ही खाली हो तो, 3,5,11 के ग्रह मददगार होगें। अगर वो भी खाली हो तो फैसला शनि पर होगा। 

जब नंबर 10 में आपस में लडने वाले कोई भी ग्रह बैठें हो तो रेखा अंधे ग्रहों की होगी। वो हुबहू ऐसा असर देगें जैसा की दुनिया में कोई अँधा प्राणी चलता है। ऐसी हालात में फैसला चन्द्र पर होगा। अगर चन्द्र उम्दा तो ठीक वर्ना सब कुछ मंदा। 

अगर खाना नंबर 10 खाली हो तो खाना नंबर चार के नेक ग्रहो का कोई फल नहीं होगा ख्वाह उस घर में रिजक के चश्मे को उभारने के लिए ग्रह लाख दर्जे उत्तम क्यों न हो। 

अपने माता-पिता से मिलते रहना नेक फल देगा। 

10 अंधे मर्दॊ को इकट्ठे ही मुफ्त में खुराख तकसीम करना (नकद बिल्कुल नहीं) खाना नंबर 10 के ग्रहो का जहर धो सकेगा। 


राहू,  केतु , बुध इस घर में हमेशां शक्की होगें जो शनि की हालात पर चला करते है। शनि उम्दा तो 2 गुणा उम्दा, शनि मंदा तो 2 गुणा मंदा। 

Seema JK
Head - Faculty (Lal Kitab)
seemajagdishkumar@gmail.com
 


      

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