केतु खाना नंबर 11 - लाल किताब उपाय
काले कुत्ते का साथ मुबारक।
केतु 11 ग्यारह गुणा हो, धन दौलत हो उम्दा।
पर खुद केतु, शनि दोनों का, फल होगा ही मंदा।
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जायदाद न उतनी होगी, जितनी खुद बनावे।
बुध अगर न तीजे बैठे, केतु ऐश करावे।
गर बुध उसके तीजे आवे, केतु मारे चींखा।
किस्मत उसकी दो-रंगी होवे, रोवे अपना लेखां।
फिक्र छोड़ गुजरी का, जो चली गई है।
नज़र रख तू आगे की , जो आ रही है।
ताकत केतु 11 गुना हो, उम्दा जर-दौलत देता हो।
साथी शनि, बुध तीजे बैठा, असर केतु का मंदा हो।
भला शनि या तीन घर आया, केतु बुरा न होता हो।
टेवे स्त्री चाहे कैसा बैठा, शर्त शनि न करता हो।
केतु-गुरु 5-11 होते, जन्म लड़का जो लेता हो।
जिस्म उम्र उस मुर्दा गिनता, लाश अमूमन पैदा हो।
वक्त केतु जब माता मरती, दौलत मगर खुद बढती हो।
शनि मंदे न होगी उतनी, औलाद मकान जड़ कटती हो।
पंडित रूप चंद जोशी जी कहते है की जब केतु 11 मे हो, तो चन्द्र खराब हो जाता है और जब चन्द्र 11 मे हो तो केतु ख़राब हो जाता है। ऐसे टेवे मे चंद्रमा रद्दी होगा या माता न होगी। आमदन खूब ज्यादा होगी। मगर शनिचर (मकान) और केतु (लड़का) का अपना फल मंदा होगा और उससे ताल्लुक होते ही गरीबी होगी। मगर औरत के टेवे मे उलट होगा होगा। यानी नेक होगा।
48-36-23-11 वर्ष की आयु मे चन्द्र का फल मंदा होगा।
शनि तीसरे से देखे तो केतु 11 गुणा उम्दा।
अगर केतु मंदा हो तो अपने लडके के जन्म पर अमूमन माता न होगी। केतु की आयु तक चंद्रमा याने माता की नज़र कमजोर होगी बल्कि, माता और संतान का साथ न होगा। संतान खुद नेक होगी।
शुभ काम मे जब कोई पीछे से आवाज़ दे तो यह मंदे केतु और मंदे वक्त की निशानी होगा।
उपाय : नर संतान के लिये: रात को स्त्री के सिराने मूली रख कर सुबह मंदिर मे दे। पहली संतान के बाद दूसरी बचेगी। अपनी कुंडली के उपाय पूछे या
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