Lal Kitab House Number 11
लाल किताब खाना नंबर 11
घर 11 का शनि है मालिक, पर दरबार गुरु का है।
घड़ा भरा पानी है बेशक, बर्तावा तो गुरु ही है।
फ़कीर की झोली की किस्तमत गिनते, जन्म-वक्त खुद आमद है।
शनि गुरु का हल्फ़ उठावे, फैसला करता बाद में है।
उर्ध, श्रेष्ठ, धन रेखा तो, किस्मत का मैदान भी है।
लालच दुनिया, मकान खरीदे, उम्र तादाद औलाद भी है।
चिल्का पोस्त, शान-ओ-शौकत, हाथ की किस्मे, पालना है।
दो मूहँ के यह साँप का घर तो, खुद-रो-बूटा बेल भी है।
दीवार मग्रीबी, पहला हाकिम, मिसले राहु-केतु है।
दूध माता का याद करके, फैसला करता शनि भी है।
एहवाल है नाखून रंग भी उनके, एक अकेला दो भी है।
खुद बेडी को पापी चलावे, डूब डुबोते वो नहीं है।
धन दौलत है 11 आता, घर तीजे से जाता है।
मंगल कुंडली कही हो बैठा, फैसला इसका होता है।
बुध गुरु नहीं इस घर अच्छे, या के चंदर बैठा हो।
उम्र पहली है शक्की गिनती, जब घर तीजा मंदा हो।
किस्मत का ग्रह घर उस तीजे, मदद न 5 से होती हो।
घर 3 खाली 11 सोवे, किस्मत शनि पे होती हो।
ग्रह मुश्तरका बुरा नहीं करते, बंद मुठी के खानों में।
फल 2,11 अपनों अपना, धर्म मंदिर गुरुद्वारा में।
घर 11 में ग्रह जो आवे, तासीर शनि वो होता है।
असर मगर उस घर में जावे, गुरु जहाँ टेवे बैठा हो।
शनि गुरु उस टेवे में जैसे, कहीं भी उसके बैठे हो।
फल वैसे ही घर 11 के, उस टेवे में होते हो।
पाप अकेला असर अकेला, 3,5,9,11
शनि बलि का साथ मिले जो, असर बढे गुणा 11
ग्रह 11 जो मंदा होवे, असर में सबसे उम्दा हो।
घर 11 से चल कर अपने, बैठा तख़्त* पे जिस दिन हो।
किस्मत का ग्रह** घर उस तीजे, मदद न 5 से होती हो।
खाली तख़्त 3, 11 सोवे, लिखत शनि पे चलती हो।
उम्र पहली में 11 शक्की, घर तीजा जब मंदा हो।***
खुद तीजा हो बेशक मंदा, मौत आई 8 रोकता हो।
खुद बेडी को पापी चलावे, डूब डुबोते वो नहीं है।
ग्रह 11 घर चीज जो लावे, मौत खड़ी ही करते है।
शनि गुरु का हल्फ़ उठावे, फैसला करता बाद में है।
उर्ध, श्रेष्ठ, धन रेखा तो, किस्मत का मैदान भी है।
लालच दुनिया, मकान खरीदे, उम्र तादाद औलाद भी है।
चिल्का पोस्त, शान-ओ-शौकत, हाथ की किस्मे, पालना है।
दो मूहँ के यह साँप का घर तो, खुद-रो-बूटा बेल भी है।
दीवार मग्रीबी, पहला हाकिम, मिसले राहु-केतु है।
दूध माता का याद करके, फैसला करता शनि भी है।
एहवाल है नाखून रंग भी उनके, एक अकेला दो भी है।
खुद बेडी को पापी चलावे, डूब डुबोते वो नहीं है।
धन दौलत है 11 आता, घर तीजे से जाता है।
मंगल कुंडली कही हो बैठा, फैसला इसका होता है।
बुध गुरु नहीं इस घर अच्छे, या के चंदर बैठा हो।
उम्र पहली है शक्की गिनती, जब घर तीजा मंदा हो।
किस्मत का ग्रह घर उस तीजे, मदद न 5 से होती हो।
घर 3 खाली 11 सोवे, किस्मत शनि पे होती हो।
ग्रह मुश्तरका बुरा नहीं करते, बंद मुठी के खानों में।
फल 2,11 अपनों अपना, धर्म मंदिर गुरुद्वारा में।
घर 11 में ग्रह जो आवे, तासीर शनि वो होता है।
असर मगर उस घर में जावे, गुरु जहाँ टेवे बैठा हो।
शनि गुरु उस टेवे में जैसे, कहीं भी उसके बैठे हो।
फल वैसे ही घर 11 के, उस टेवे में होते हो।
पाप अकेला असर अकेला, 3,5,9,11
शनि बलि का साथ मिले जो, असर बढे गुणा 11
ग्रह 11 जो मंदा होवे, असर में सबसे उम्दा हो।
घर 11 से चल कर अपने, बैठा तख़्त* पे जिस दिन हो।
किस्मत का ग्रह** घर उस तीजे, मदद न 5 से होती हो।
खाली तख़्त 3, 11 सोवे, लिखत शनि पे चलती हो।
उम्र पहली में 11 शक्की, घर तीजा जब मंदा हो।***
खुद तीजा हो बेशक मंदा, मौत आई 8 रोकता हो।
खुद बेडी को पापी चलावे, डूब डुबोते वो नहीं है।
ग्रह 11 घर चीज जो लावे, मौत खड़ी ही करते है।
घर 11 में ग्रह जो आवे, तासीर वो शनि वो होता है।
असर मगर उस घर में जावे, गुरु जहाँ टेवे बैठा हो।
*वर्षफल में 11 का ग्रह तख़्त पर: 11-23-36-48-57-72-84-94-105-119 साल
**बृहस्पति के मित्र ग्रह - सूर्य, चन्द्र, मंगल गर तीसरे हो तो खाना नंबर 11 हमेशा नेक फल देगा।
*** केतु के मित्र ग्रह शुक्र राहु तीसरे घर में तो खाना नंबर 11 शुभ।
खाना नंबर 11 को खाना नंबर 3 देखता है पर खाना नंबर 11 का फल तभी मुकम्मल माना जायगा जब 3 के साथ-साथ तख़्त माय भी ग्रह हो।
जन्म कुंडली या वर्ष कुंडली के अनुसार, खाना नंबर 11 और 8 के ग्रह जब शत्रु हो तो, खाना नंबर 11 के ग्रह की मुतल्लका चीज टेवे वाले के कभी काम नहीं आयेगी। बल्कि ऐसे सदमे और मंदी हालत की निशानी होगी जैसे की पीठ टूटी हुई हो। हर तरफ मातम का जमाना होगा। ऐसी हालत में खाना नंबर 11 के ग्रह की मुतल्लका चीज के साथ उसी ग्रह के दोस्त ग्रहो की चीज भी साथ लाये जो ग्रह के मंदी असर को नेक कर दे। मसलन खाना नंबर 11 में शनि तो शनि की चीज के साथ केतु की चीज साथ लाना शुभ होगा। मकान बनाओ तो कुत्ता साथ रख लो। मशीन खरीदो तो बच्चो के खेलने का सामान जैसे खिलोने साथ् लाना शुभ। इस तरह शनि बुरे की बजाय उल्टा शुभ असर देगा।
बुध 11, शनि 12, गुरु-शुक्र 7 में तो उम्दा गृहस्थी
सूर्य नं 11, शनि 3 में, गुरु 2, कर्जा।
खाना नंबर 11 के ग्रह सिवाय पापी ग्रहो के बेइतबारी के होंगे। खाना 3 खाली तो तख़्त में आने के दिन से शुभ फल देगें। और 8 में आने पर मंदा। मंदी हालत में सम्बंधित ग्रह की कुल उम्र की मियाद के बाद खाना नं 11 में बैठे या उसके मित्र ग्रह का उपाय मददगार होगा बशर्ते वर्षफल में तख़्त में कोई पापी ग्रह न हो। अगर पापी 11 में हो तो खाना नंबर 9 के ग्रह का या गर खाली हो तो गुरु का उपाय मददगार होगा।
खाना नं 11 में ग्रहो की बेइतबारी का फल :
गुरु खाना नं 11: खानदान के साथ रहना शुभ। पिता जिन्दा हो तो साँप भी सजदा करे
और उल्ट हालत में
पिता से अलग, चाल चलन का ढीला, जन्म कुंडली के हिसाब से कारोबार या रिश्तेदार से हद से ज्यादा सम्बन्ध तो मच्छर का भी मुकाबला न कर सके। कफ़न तक पराया हो।
सूर्य खाना नं 11: उत्तम जिन्दगी और साहिब परिवार जब तक सूफी खुराक - पौशाक और उल्ट
शनि खुराक तो लावाल्दी
चन्द्र नं 11: गुरु-केतु टेवे में उम्दा तो माता के रहने तक माया और औलाद में कोई कमी न होगी और उल्ट
माता को नर औलाद देखना शायद ही नसीब हो।
शुक्र नं 11: औरत के भाई मौजूद या मंगल उम्दा तो दौलत का भंडारी और उल्ट
बुद्धू, बुजदिल, हीजड़ा, धन दौलत से दुखी।
मंगल नं 11: गुरु के पीछे पीछे कदम रखने वाला बहादुर चीते की तरह जमाने की अंधेरी रातो को पार करके अपनी मंजिल पा लेगा। उल्ट
दुम में आग लगी की भांति पानी के समुन्दर (रिजक) की तलाश में यहाँ वहां भटकता होगा।
बुध नं 11: डूबे हुए को जिन्दा करके तार देगा और उल्ट खोटी अक्ल का मालिक जो पौधे को जड़ से ही उखाड़ देवे और खुद भी दरख्त के नीचे आ कर मरे।
शनि नं 11: लावाल्दी के विधान को मिटा कर औलाद देगा। दुनिया के जहरी और विरोध के विरुद्ध अकेला पूरी रक्षा करेगा और धर्म ईमान का सच्चा होने का सबूत देगा। और उल्ट
समुन्दर के बीच में पहुँच कर अं वक्त पर चप्पू रख कर सो जायगा। अपनी आल-औलाद को ऐसी हालात में छोड़ कर जायगा की उनकी आहें सुनने वाला कोई न हो।
रहू नं 11: इतना घमंड की माँ-बाप से कोडी तक न लेगा। जन्म से पहले के सोने को मिटटी कर देगा। न गुरु का लिहाज़ न ससुराल - जेल की फ़िक्र। उल्ट हालत में
बाबा को जन्म से कष्ट।
केतु नं 11: चन्द्र - बृहस्पति खाना नं 5 में न हो तो केतु की आशिया का 11 गुणा नेक फल और उल्ट
औलाद / शनि / चन्द्र का फल निक्कमा।
खाना नं 11: होशियारी, होश, शुभ, लापरवाही, मकान के अन्दर - आबाद , वीरान, शक्ति आशीष या श्राप की या अचानक पैदा, आमदन, आम लोगो के आराम की जगह से सम्बंधित, पश्चिमी दिवार, भाग्य की ऊचाई, दो मुहँ का सांप, जन्म समय माता-पिता के जन्म धन की हालत, संसार के अन्दर माया या मानुष के अन्दर आने का रास्ता, खरीदे हुए मकान, छाया वाले वृक्ष मगर कांटे न हो, धर्म की और स्वभाव, रिजक का मैदान, हर और पहला सम्बन्ध, गिनती और शान संतान, चूतड, गुप्त
बृहस्पति खाना नं 11: गिल्ट, अपने आप बिना बुलाए बाप का सहायक, रोल्ड-गोल्ड गिलट के काम,
सूर्य खाना नं 11: सुर्ख ताम्बा, बच्चे निकालने से पहले ही अंडे खा जाने वाला, निर्दयी, अगर धर्मी तो न्याय की आखिरी दर्जे का ऑफिसर,
चन्द्र खाना नं 11: खुनी कुआँ, अनबिध मोती, दूध रंग, उडते बादल, पेशाब से परिवार को तोलने वाली बुढिया,
शुक्र खाना नं 11: रुई, मोती, दही का रंग, पूरा मर्द या फिर पूरा नामर्द
मंगल खाना नं 11: लाल रंग का सिन्दूर, पिता का फर्जी भाई,
बुध खाना नं 11: उल्टा तोता, कंठी वाला तोता, सीप, हीरा, फिटकरी, अदालत, अपने बाप के असली खून की लड़की मगर बुद्धि मंद हो,
शनि खाना नं 11: लोहा, फौलाद, टीन, पूरा धर्मात्मा और गैरत वाला चोकीदार, रेलवे, मकानों,
राहू खाना नं 11: नीलम - नीला थोथा - शीशा - सिक्का- अल्मोनिउम जस्त सब हानि दें, सोना लाभ दे, जालिम जो दो पुश्तो से -ऐसा हो,
केतु खाना नंबर 11: दो रंगा सफ़ेद-काल पत्थर, यतीम खाने का बच्चा मगर हर तरह से सहायक
Lal Kitab House Number 11
लाल किताब खाना नंबर 11
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